1. प्रश्न: भारतीयों को लिपि का ज्ञान कब हुआ?
उत्तर: ई.पू. 2500 में लिपि की जानकारी हो चुकी थी।
2. प्रश्न: भारत में सबसे प्राचीन उपलब्ध हस्तलिपियाँ कितनी पुरानी हैं?
उत्तर: ईसा पूर्व चौथी सदी की हैं। ये हस्तलिपियाँ मध्य एशिया से प्राप्त हुई हैं।
3. प्रश्न: भारत की प्राचीन लिपियाँ किस पर लिखी गई हैं?
उत्तर: भारत में प्राचीनतम लिपियाँ भोजपत्रों और ताड़पत्रों पर लिखी गई हैं।
4. प्रश्न: मध्य एशिया में मिली भारतीय लिपियाँ किस पर लिखी गई हैं?
उत्तर: मध्य एशिया में भारत की प्राकृत भाषा का प्रचार हो गया था, ये हस्तलिपियाँ भेड़ के चमड़े तथा लकड़ी की पट्टियों पर लिखी गई हैं।
5. प्रश्न: भारत की प्राचीन हस्तलिपियां किस भाषा की हैं?
उत्तर: संस्कृत भाषा।
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6. प्रश्न: भारत की प्राचीन हस्तलिपियां भारत के किस भाग से मिली हैं?
उत्तर: समस्त भारत से संस्कृत की पुरानी हस्तलिपियाँ मिली हैं, परन्तु इनमें से अधिकतर हस्तलिपियाँ दक्षिण भारत, कश्मीर एवं नेपाल से प्राप्त हुई हैं।
7. प्रश्न: भारत की प्राचीन हस्तलिपियां कहां संग्रह की गई हैं?
उत्तर: भारत के अधिकांश हस्तलिपि-लेख, संग्रहालयों और हस्तलिपि गं्रथालयों में सुरक्षित रखे गए हैं।
8. प्रश्न: भारत की प्राचीन हस्तलिपियों में क्या लिखा हुआ है?
उत्तर: ये हस्तलिपियां प्राचीन ज्ञान, विज्ञान, धर्म, दर्शन एवं इतिहास, आयुर्वेद आदि से सम्बन्धित हैं।
9. प्रश्न: प्राचीन भारत के इतिहास को जानने के साहित्यिक स्रोतों को कितने भागों में विभक्त किया जा सकता है?
उत्तर: दो भागों में- (अ.) धार्मिक ग्रन्थ (ब.) अन्य ग्रन्थ।
10. प्रश्न: भारतीय इतिहास की जानकारी किन प्राचीन धार्मिक ग्रंथों से मिलती है?
उत्तर: वेद, उपनिषद्, ब्राह्मण, धर्मसूत्र, बौद्ध-साहित्य, जैन साहित्य आदि धार्मिक ग्रंथों में ऐतिहासिक तथ्य भी मिलते हैं।
11. प्रश्न: सम्राट बिम्बसार के पहले के राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक इतिहास को जानने के लिए कौनसे ग्रन्थ प्रमुख साधन हैं?
उत्तर: वेद, उपनिषद्, ब्राह्मण, धर्मसूत्र, बौद्ध-साहित्य, जैन साहित्य आदि। इनमें धार्मिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक तथ्यों की प्रचुरता के साथ-साथ राजनैतिक तथ्य भी मिलते हैं।
12. प्रश्न: हिन्दुओं के प्राचीनतम धार्मिक साहित्य में कौनसे ग्रंथ सम्मिलित होते हैंत्र
उत्तर: चार वेद, विभिन्न उपनिषद, दो महाकाव्य तथा विविध पुराण।
13. प्रश्न: धार्मिक ग्रंथों में मिलने वाले इतिहास की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
उत्तर: यह साहित्य, प्राचीन भारत की सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिस्थितियों पर प्रकाश डालता है।
14. प्रश्न धार्मिक ग्रंथों में मिलने वाले इतिहास की सबसे बड़ी कठिनाई क्या है?
उत्तर: इन ग्रंथों में वर्णित घटनाओं के देश एवं काल का पता लगाना काफी कठिन है।
15. प्रश्न: सबसे प्राचीन वैदिक ग्रंथ कौनसा है?
उत्तर: ऋग्वेद।
16. प्रश्न: ऋग्वेद की रचना किसने की?
उत्तर: ऋग्वेद की रचना विभिन्न ऋषियों ने अलग-अलग काल खण्डों में अलग-अलग स्थानों पर की तथा बाद में उन्हें महर्षि वेदव्यास ने संहिताबद्ध किया।
17. प्रश्न: ऋग्वेद की रचना कब हुई?
उत्तर: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वैदिक ग्रंथ है। इतिहासकार इसके रचनाकाल के बारे में एकमत नहीं हो सके हैं।
जर्मन विद्वान याकोबी के अनुसार ऋग्वेद का रचनाकाल ई.पू.4500 से ई.पू. 3000 है तथा ऋग्वेद के ब्राह्मणों का रचनाकाल ई.पू. 3000 से ई.पू. 2000 है।
सुप्रसिद्ध लेखक पी. वी. काणे ने वेदों का रचना काल ई.पू.4000 से ई.पू.1000 माना है।
कुछ विद्वान ऋग्वेद का रचनाकाल ई.पू.1500 से ई.पू.1000 के बीच की अवधि का मानते हैं।
18. प्रश्न: ऋग्वेद के बाद किन वेदों की रचना हुई?
उत्तर: यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद।
19. प्रश्न: त्रयी किन ग्रंथों को कहा जाता है?
उत्तर: ऋग्वेद, यजुर्वेद एवं सामवेद को त्रयी एवं वेदत्रयी कहा जाता है।
20. प्रश्न: यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण ग्रंथों और उपनिषदों की रचना कब हुई?
उत्तर: इनका रचना काल ई.पू.1000 से ई.पू.500 के बीच माना जाता है।
21. प्रश्न: ऋग्वेद में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: ऋग्वेद में मुख्यतः प्रार्थनाएं मिलती हैं।
22. प्रश्न: यजुर्वेद में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: विविध प्रकार के यज्ञों एवं कर्मकाण्डों के विधि-विधान।
23. प्रश्न: सामवेद में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: सामवेद में गाए जा सकने वाले स्तुति गीत लिखे हैं।
24. अथर्ववेद में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: विविध प्रकार के कर्मकाण्ड, अनुष्ठान, जादू-टोने, प्राचीन आख्यान आदि।
25. प्रश्न: उपनिषदों में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: उपनिषदों में गुरु-शिष्य संवादों के माध्यम से दार्शनिक चिंतन प्रस्तुत किया गया है।
26. प्रश्न: अधिकांश प्रमुख पुराणों की रचना कब हुई?
उत्तर: ई.300 से ई.600 के बीच।
27. प्रश्न: प्रमुख पुराण कितने हैं?
उत्तर: अठारह।
28. प्राचीनतम पुराण कौनसे हैं?
उत्तर: विष्णु-पुराण, स्कन्द पुराण, हरिवंश पुराण, भागवत पुराण, गरुड़ पुराण।
29. पुराणों में मुख्यतः क्या लिखा है?
उत्तर: पुराणों में धार्मिक कथाओं से लेकर, नैतिकता सम्बन्धी विचार, भारत के अत्यंत प्राचीन इतिहास, भूगोल, सामाजिक रीति-रिवाज, प्राचीन राजवंश, प्राचीन क्षत्रिय कुल, प्राचीन वर्ण व्यवस्था आदि की जानकारी दी गई है।
30. प्रश्न: पुराण कितने युगों का उल्लेख करते हैं?
उत्तर: चार युगों का।
31. प्रश्न: चार युग कौनसे हैं?
उत्तर: कृतयुग (सत्युग), त्रेतायुग, द्वापर और कलियुग।
32. प्रश्न: पुराणों में सर्वश्रेष्ठ युग किसे बताया गया है?
उत्तर: सत्युग को।
33. प्रश्न: सबसे निकृष्ट युग किसे बताया गया है?
उत्तर: कलियुग को।
34. प्रश्न: पुराणों के अनुसार प्रत्येक नया युग पुराने युग से निकृष्ट क्यों है?
उत्तर: एक युग के समाप्त होने पर जब नए युग का आरम्भ होता है तो नैतिक मूल्यों तथा सामाजिक मानदण्डों का अधःपतन होता है।
36. प्रश्न: भारतीय धार्मिक साहित्य में महाकाव्य की मान्यता किन ग्रंथों को प्राप्त है?
उत्तर: केवल दो ग्रंथों को- रामायण एवं महाभारत।
37. प्रश्न: रामायण किसने लिखी?
उत्तर: महर्षि वाल्मीकि ने।
38. प्रश्न: महाभारत किसने लिखी?
उत्तर: महर्षि वेदव्यास ने।
39. प्रश्न: रामायण में किस महापुरुष की जीवन गाथा लिखी गई है?
उत्तर: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की।
40. प्रश्न: महाभारत में किसकी गाथा लिखी गई है?
उत्तर: महाभारत में मूलतः कुरुवंशी राजकुमारों कौरवों एवं पाण्डवों के बीच हुए युद्ध की गाथा लिखी गई है।
41. रामायण की रचना कब हुई?
उत्तर: डा. याकोबी ने रामायण की भाषा के आधार पर इसे ई.पू. 800 से ई.पू. 600 के बीच की रचना माना है। भाषा तथा कथानक में आए प्रसंगों के आधार पर अनुमान है कि रामायण का वर्तमान स्वरूप, महाभारत ग्रंथ की रचना के बहुत बाद में लिखा गया।
42. प्रश्न: रामायण में मूल रूप से कितने श्लोक थे?
उत्तर: रामायण में मूलरूप से 12,000 श्लोक थे जो आगे चलकर 24,000 हो गए।
43. महाभारत की रचना कब हुई?
उत्तर: महाभारत की रचना ई.पू. चौथी शताब्दी (अर्थात् मौर्यकाल) में हुई मानी जाती है। इसका वर्तमान स्वरूप चौथी शताब्दी ईस्वी (गुप्तकाल) में सामने आया।
44. प्रश्न: रामायण एवं महाभारत नामक महाकाव्यों में किस कालखण्ड की परिस्थितियों का वर्णन किया गया है?
उत्तर: रामायण और महाभारत में ई.पू. दसवीं शताब्दी से लेकर ई.पू. चौथी शताब्दी तक की परिस्थितियों को चित्रित किया गया है।
45. प्रश्न: महाभारत में मूलरूप से कितने श्लोक थे तथा इस ग्रंथ का मूल नाम क्या था?
उत्तर: महाभारत में मूलतः 8,800 श्लोक थे और इसे यव संहिता कहा जाता था अर्थात् विजय सम्बन्धी संचयन।
46. प्रश्न: यवसंहित को भारत क्यों कहा गया?
उत्तर: जब महाभारत में 24,000 श्लोक हो गए तब इसे प्राचीन आर्य-जन अथवा वैदिक-कुल ,भरत’ के नाम पर भारत कहा गया।
47. महाभारत को शतसह संहिता क्यों कहा जाने लगा?
उत्तर: जब महाभारत में श्लोकों की संख्या बढ़ कर एक लाख हो गई, तब इसे महाभारत अथवा शतसह संहिता कहा जाने लगा।
48. महाभारत में किस कालखण्ड की परिस्थितियों का वर्णन है?
उत्तर: महाभारत में सैंकड़ों व्याख्यान, विवरण और उपदेश हैं। मुख्य व्याख्यान कौरव-पांडव संघर्ष का है जो उत्तर-वैदिक-काल का है। इस ग्रंथ में विवरण वाला अंश उत्तर-वैदिक-काल का और उपदेशात्मक खण्ड उत्तर-मौर्य एवं गुप्तकाल का होना अनुमानित है।
49. प्रश्न: उत्तर वैदिक काल किसे कहते हैं?
उत्तर: जिस काल में यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण, उपनिषद् एवं सूत्रग्रंथों की रचना हुई उसे उत्तर वैकि काल कहा जाता है।
50. प्रश्न: वैदिक धार्मिक साहित्य की मुख्य विषय वस्तु क्या है?
उत्तर: उत्तर-वैदिक-काल के धार्मिक साहित्य में विभिन्न यज्ञों का विधि-विधान, विविध कर्मकाण्ड, विभिन्न संस्कारकर्म आदि का वर्णन है।
-डॉ. मोहनलाल गुप्ता