कैसे बना था पाकिस्तान पुस्तक पाकिस्तान निर्माण की पूरी कहानी नहीं है। यह भारत-पाकिस्तान विभाजन की दुखःद त्रासदी की पृष्ठभूमि पर लिखी गई एक संक्षिप्त गाथा है जो उस समय के कुछ ऐसे दृश्यों से साक्षात्कार करवाती है जिनकी पृष्ठभूमि में भारत का विभाजन हुआ और पाकिस्तान अस्तित्व में आया।
भारत का विभाजन साम्प्रदायिक कारणों से हुआ। जब लम्बे स्वतंत्रता संग्राम के कारण भारत को आजादी मिलने लगी तो तत्कालीन मुसलमान नेताओं ने स्वतंत्र भारत में हिन्दुओं के साथ रहने से मना कर दिया तथा मुसलमान जाति के लिए एक अलग देश की मांग की। जब हिन्दू नेता मुसलमान नेताओं को किसी भी कीमत पर भारत के विभाजन की मांग छोड़ने के लिए नहीं मना सके और मुसलमानों ने रक्तपात का मार्ग अपना लिया तब देश की जनता को अंग्रेजों एवं मुसलमान नेताओं के चंगुल से मुक्ति दिलवाने के लिए जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल तथा लॉर्ड माउण्टबेटन आदि ने भारत का विभाजन करके भारत में से मुसलमानों के लिए पाकिस्तान नामक अलग देश का निर्माण करना स्वीकार कर लिया।
कैसे बना था पाकिस्तान वस्तुतः भारत की आजादी का इतिहास है। यह भारत के विभाजन का इतिहास है। यह भारत की साम्प्रदायिक समस्या का इतिहास है। यह भारत की हिन्दू प्रजा के रक्तपात का इतिहास है। यह अंग्रेज अधिकारियों की विफलता का इतिहास है। यह मुहम्मद अली जिन्ना की घृणित राजनीति का इतिहास है।
पाकिस्तान का निर्माण इस्लामिक नेताओं की कट्टरता और अदूरदर्शिता का इतिहास है। अधिकांश हिन्दू सोचते हैं कि उस काल के भारत के मुसलमान नेताओं को लगता था कि वे अपने लिए एक अलग देश बनवाकर हिन्दुओं के बहुमत वाली सरकार के नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे किंतु हिन्दुओं की यह सोच सही नहीं थी। वस्तुतः उनकी आंखों में जो सपना पल रहा था उसमें भारत को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर अंततः सम्पूर्ण भारत को इस्लाम की छत्रछाया में ले जाना था और इस दिशा में आज भी कार्य अनवरत चल रहा है। इस पुस्तक में इन सब तथ्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है।