- दधीचि के पौत्र ने तपस्या का फल लेने से मना कर दिया!
- सुदर्शन चक्र भगवान के भक्त का अपमान सहन नहीं कर सका!
- महर्षि विश्वामित्र के मंत्र से शुनःशेप बलि चढ़ने से बच गया!
- शुनःशेप ने पूछा मेरा पिता कौन है, मुझे बेचने वाला या खरीदने वाला!
- राजा वेन को ऋषियों ने अपनी हुंकार से मार डाला!
- राजा पृथु ने पिता बनकर पृथ्वी का पालन किया!
- टिक्टोनिक्स प्लेटों के स्थिर होने की घटना से जुड़ी है धुंध वध की कथा!
- सत्युग समाप्त हो गया और अचानक त्रेता लंगड़ाता हुआ आ गया!
- लवणासुर ने राजा मांधाता को दिव्य त्रिशूल से नष्ट कर दिया!
- ऋषि विश्वामित्र ने राजा सत्यव्रत के लिए नया स्वर्ग बना दिया!
- राजा हरिश्चंद्र ने रानी से कहा अपनी आधी साड़ी फाड़कर शमशान का कर चुकाए!
- राजा सगर ने यवनों के सिर मूंड कर उन्हें धर्म से वंचित कर दिया।
- राजा सगर के साठ हजार पुत्रों ने धरती और समुद्र को अत्यंत कष्ट दिया!
- राजा भगीरथ ने गंगाजी को धरती पर लाने के लिए महातप किया!
- हिमकाल की द्योतक है अगस्त्य द्वारा समुद्र पान की कथा!
- ईक्ष्वाकु वंशी राजा नाभि के समय नवीन सृष्टि आरम्भ हुई!
- राजा ऋतुपर्ण ने आकाश से ही पेड़ के पांच करोड़ पत्ते गिन लिए!
- महर्षि वसिष्ठ के श्राप से राजा सौदास कल्मषपाद राक्षस बन गया!
- राजा खट्वांग मृत्यु की जानकारी होते ही स्वर्ग छोड़कर अयोध्या आ गए!
- राजा दिलीप ने सिंह से कहा कि वह गौ के स्थान पर मुझे खा ले!
- महाराज रघु ने यक्षराज कुबेर से ब्राह्मणकुमार के लिए कर प्राप्त किया!
- राजा अज ने जंगल में लकड़ियां काटकर गुरु दक्षिणा चुकाई!
- रानी कैकेयी ने देवासुर संग्राम में राजा दशरथ के प्राणों की रक्षा की!
- प्राणमय, अन्नमय, मनोमय कोश की प्रतीक हैं राजा दशरथ की रानियां!
- हिन्दू धर्म ग्रंथ राजा रामचंद्र को पौने दो करोड़ साल पुराना बताते हैं।
- हे भरत! तुम मनुष्यों के राजा बनो, मैं जंगली पशुओं का सम्राट बनूंगा!
- वनवासी राम ने महर्षि जाबालि को कड़ी फटकार लगाई!
- महर्षि वाल्मीकि ने श्रीराम को ईक्ष्वाकुओं की परम्परा बताई!
- श्रीराम ने इन्द्र के पुत्र जयंत की आंख फोड़कर उसे जीवित छोड़ दिया।
- ऋषि भरद्वाज ने राम एवं सीता से हजारों साल की अनसूया का परिचय करवाया!
- शरभंग ऋषि ने श्रीराम को समस्त योग, यज्ञ, तप एवं व्रत समर्पित कर दिए!
- सुतीक्ष्ण ऋषि ने भगवान को देखकर आंखें बंद कर लीं!
- श्रीराम ने दिव्य शस्त्रों के लिए महर्षि अगस्त्य से भेंट की!
- अगस्त्य ऋषि ने अपने दिव्य आयुध श्रीराम को समर्पित कर दिए!
- श्रीराम ने दूसरे राजाओं के राज्य पर अधिकार नहीं किया!
- सशरीर स्वर्ग प्रवेश के लिए तप कर रहे शंबूक का श्रीराम ने वध कर दिया!
- शत्रुघ्न ने अपने पूर्वज मांधाता को मारने वाले लवणासुर का वध कर दिया!
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