आधुनिक भारत का इतिहास प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। इतिहास के इस कालखण्ड में भारत ने अपनी आजादी की लड़ाई लड़ी एवं स्वतंत्रता प्राप्त करके स्वयं को सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न राष्ट्र घोषित किया।
प्रस्तावना
बुढ़िया का चश्मा भारतीय राजनीति तथा भारत में फैले भ्रष्टाचार पर एक करारा व्यंग्य है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद लोगों की आकांक्षाएं जिस प्रकार...
जब अकबर की सेना के कर्मचारी, युद्ध में मारे गए मुगल सैनिकों एवं घोड़ों की सूची बनाने लगे, तो सैय्यद अहमद खाँ बारहा ने उनसे कहा कि ऐसी फेहरिश्त बनाने से क्या लाभ है?
मानसिंह तथा महाराणा प्रताप का सैंकड़ों साल पुराना रोटी-बेटी का सम्बन्ध था। जिस प्रकार महाराणा के कुल ने हिन्दुओं की बड़ी सेवा की थी, उसी प्रकार मानसिंह के कुल ने भी आगे चलकर हिन्दुओं की बड़ी सेवा की।
जिस प्रकार मानसिंह कच्छवाहा हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर की उपलब्धियों से विलग और स्वतंत्र अभिव्यक्ति का आकांक्षी है। उसी प्रकार ग्वालियर नरेश रामशाह...
इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य इतिहास के उन पन्नों को टटोल कर देखना है ताकि हम भविष्य में उन्हीं गलतियों को फिर से न दोहराएं जिनके कारण हम भारत-पाकिस्तान के विभाजन के खतरनाक निर्णय पर पहुंचे थे।