Tuesday, March 25, 2025
spot_img

Tears of Red fort (English)

In this series, that part of the history will be discussed which depicts Shah Jahan’s construction of Red Fort in Delhi, to the independence of India that took place in the patronage of Red Forts of Delhi and Agra. These two Red Forts became a symbol of the power of India during this period.

- Advertisement -

Latest articles

अकबर और महाराणा प्रताप - www.bharatkaitihas.com

अकबर और महाराणा प्रताप एक-दूसरे के प्राण लेना चाहते थे (118)

0
अकबर तथा महाराणा प्रताप के बीच आदि से अंत तक जो भी घटनाएं हुईं उनसे यह सिद्ध होता है कि न तो अकबर महाराणा प्रताप से संधि चाहता था और न महाराणा प्रताप किसी भी कीमत पर अकबर से संधि करना चाहता था।
महाराणा प्रताप की सेना

महाराणा प्रताप की सेना (119)

0
महाराणा प्रताप की सेना के हरावल का नेतृत्व हकीम खाँ सूर के हाथ में था। उसकी सहायता के लिये सलूम्बर का चूण्डावत किशनदास, सरदारगढ़ का डोडिया भीमसिंह, देवगढ़ का रावत सांगा तथा बदनोर का रामदास नियुक्त किये गये।
मानसिंह की दुविधा - www.bharatkaitihas.com

मानसिंह की दुविधा (120)

0
मुगलों द्वारा रामप्रसाद के महाबत को भी मार डाला गया। जैसे ही महाबत धरती पर गिरा, मुगल सेना के हाथियों का फौजदार हुसैन खाँ अपने हाथी से रामप्रसाद पर कूद गया।
चेतक हल्दीघाटी में - www.bharatkaitihas.com

चेतक हल्दीघाटी में चक्कर काटने लगा! (121)

0
जब महाराणा प्रताप अपने प्रिय अश्व चेतक पर बैठकर युद्धक्षेत्र में प्रकट हुआ तब शत्रुओं की परवाह किए बिना चेतक हल्दीघाटी में चक्कर काटने...
महाराणा प्रताप का शौर्य - www.bharatkaitihas.com

महाराणा प्रताप का शौर्य (122)

0
हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप का शौर्य देखते ही बनता था। भारतीय राजा स्वयं युद्ध के मैदान में उतरकर लड़ते थे और अपने...
// disable viewing page source