इतिहास का दरवाजे पर खड़े कुछ अनुत्तरित प्रश्न
इस पुस्तक को लिखते समय मेरे मन में कुछ प्रश्न अनुत्तरित ही रह गए, उनमें से कुछ कुछ अनुत्तरित प्रश्न पाठकों के समक्ष रख रहा हूँ-
(1) बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय, विपिन चंद्र पाल, अरविंद घोष, मोहनदास गांधी, जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, सुभाषचंद्र बोस आदि कांग्रेसी नेताओं तथा वीर सावरकर जैसे गैर-कांग्रेसी नेताओं को भारत की आजादी मांगने के अपराध में जाने कितनी ही बार जेल जाना पड़ा किंतु जिन्ना, लियाकत अली सहित मुस्लिम लीग के किसी भी नेता को बिना एक बार भी जेल गए, पाकिस्तान कैसे मिल गया?
(2) पंजाब में ई.1937 से हिन्दुओं, मुसलमानों एवं सिक्खों की मिली-जुली सरकार चल रही थी जिसका नेतृत्व यूनियनिस्ट पार्टी का नेता मलिक खिजिर हयात खाँ कर रहा था। फरवरी-मार्च 1947 में लीग के गुण्डों ने सड़कों पर छुरेबाजी एवं आगजनी करके हयात खाँ की सरकार को इस्तीफा देने पर विवश कर दिया तब अंग्रेज गवर्नर ने पंजाब में मुस्लिम लीग की सरकार क्यों बनवाई?
(3) जब जिन्ना एवं लियाकत अली द्वारा आहूत सीधी कार्यवाही के दौरान हजारों निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी गई तब वैवेल सरकार ने जिन्ना और लियाकत अली सहित मुस्लिम लीग के किसी भी नेता को गिरफ्तार क्यों नहीं किया! उन पर कोई मुकदमा क्यों नहीं चलाया?
(4) जब सीधी कार्यवाही के दौरान बंगाल के मुख्यमंत्री सुहरावर्दी ने खुलेआम हिंसा की कार्यवाही में भाग लिया तब वैवेल सरकार ने सुहरावर्दी की सरकार को बर्खास्त क्यों नहीं किया, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया! उस पर कोई मुकदमा क्यों नहीं चलाया?
(5) कांग्रेस के नेताओं तथा अंग्रेज अधिकारियों को राष्ट्रीय स्वयं संगठन हिंसक कार्यवाहियों वाला संगठन दिखता था किंतु उन्हें यह दिखाई क्यों नहीं दिया कि मुस्लिम लीग ने ‘मुस्लिम नेशनल गार्ड’ के नाम से 39 हजार लोगों की खूनी एवं हथियारबंद फौज खड़ी कर ली है और वह प्रतिदिन निर्दोष नागरिकों के साथ हिंसा कर रही है।
(6) यदि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के ई.1940 के पाकिस्तान प्रस्ताव को समय रहते मान लिया होता तो क्या बंटवारे के समय हुए 10 लाख लोगों की हत्या और 1 लाख महिलाओं के बलात्कार को टाला जा सकता था?
(7) गांधीजी बार-बार यह क्यों कहते रहे कि कांग्रेस भारत-विभाजन का विरोध करेगी, यदि भयानक उपद्रव का खतरा हो तो भी! यहाँ तक कि यदि सम्पूर्ण भारत जल जाए तब भी?
(8) पटेल और नेहरू की असहमति के बावजूद गांधीजी ने पाकिस्तान को उस समय 55 करोड़ रुपए क्यों दिलवाए जबकि पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध सशस्त्र युद्ध छेड़ रखा था तथा भारत सरकार पाकिस्तानी प्रांतों से लगभग 300 करोड़ रुपए मांगती थी। क्या गांधीजी को पता नहीं था कि पाकिस्तान उन रुपयों से गोला-बारूद खरीदकर भारत की निर्दोष जनता को ही मारेगा?
(9) भारत से पाकिस्तान गए शरणार्थियों को पाकिस्तान सरकार ने हिन्दुओं द्वारा छोड़े गए घर तुरन्त दे दिए किंतु भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को सड़कों पर खुले आकाश में रहने के लिए विवश क्यों किया?
(10) नदी जल समझौते के अनुसार जिन तीन नदियों का जल भारत को मिला है, भारत विगत 72 साल से उस जल का उपयोग क्यों नहीं कर रहा है, वह जल पाकिस्तान को क्यों जा रहा है जबकि भारत में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान इन नदियों से आने वाले जल के लिए आपस में लड़ रहे हैं।
(11) भारत के विभाजन के बाद भी भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में आज तक शांति स्थापित क्यों नहीं हो पाई?
प्रश्न और भी हैं और रहेंगे ……. प्रश्न कभी खत्म नहीं होते। कुछ अनुत्तरित प्रश्न इतिहास का दरवाजा खटखटाते रहते हैं।
-डॉ. मोहनलाल गुप्ता